भारत का भविष्य और आंबेडकर

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  संजय जोठे (Sanjay Jothe) हमारे समय में और खासकर आजादी के इतने सालों बाद जबकि राजनीतिक परिवर्तन और सामाजिक-आर्थिक विकास की दिशा में बहुत सारा श्रम और समय लगाया जा चुका है, ऐसे समय में आंबेडकर को लेकर बात करना बहुत जरुरी और प्रासंगिक होता जा रहा है. गांधीवाद का सम्मोहन या तो टूट चुका है या वह अपना […]

छत्तीसगढ़, अनुसूचित जनजाति एवं अनुसूचित जातियों की भूमि

Saheb Kanshi Ram Ji

  (मान्यवर कांशी राम जी का यह सम्पादकीय लेख उनके द्वारा सम्पादित अंग्रेजी में छपने वाली मासिक पत्रिका ‘दि ओप्रेस्ड इण्डियन’ के अंक फरवरी 1981 में छपा था. राउंड टेबल इंडिया आभारी है श्री विजेंद्र सिंह विक्रम जी का जिन्होंने लेख का अनुवाद किया है; और ए.आर. अकेला जी का जिन्होंने मान्यवर  के सम्पादित लेखों को किताब की शक्ल दी.) […]