मुस्लिम आरक्षण बनाम पसमांदा आरक्षण

लेनिन मौदूदी (Lenin Maududi) जब मुसलमानों में जाति का सवाल उठता है तो कई मुस्लिम विद्वान छटपटाहट के साथ कहते हैं – कुरान में जात-पात कहाँ? पर यहाँ सवाल कुरान का नहीं उसकी व्याख्या का है. किसी भी किताब की व्याख्या कोई लेखक करता है और लेखक हमारे इसी समाज के होते हैं. लेखक की समाजी हैसियत का असर उसकी […]

रद्द-ए-सर सैयद – सर सैयद का निरस्तीकरण

Faiyaz Ahmad Fyzie

  फ़ैयाज़ अहमद फैज़ी (Faiyaz Ahmad Fyzie)  जब पसमांदा आंदोलन ने सर सैयद अहमद खाँ के राष्ट्रविरोधी, इस्लाम-विरोधी, महिला शिक्षा विरोधी, पसमांदा विरोधी और जातिवादी विचारों (राउंड टेबल इंडिया, और ‘पसमांदा पहल’ पत्रिका में छपे मसूद आलम फलाही, नुरुल ऐन ज़िया मोमिन का लेख और मेरे फेस बुक के 17 से 24 अक्तूबर के पोस्ट पढ़ें) को उजागर कर उसका […]