आरक्षण व्यवस्था और इसकी प्रासंगिकता पर सवाल उठाने वाले सवर्ण बुद्धिजीवियों से कुछ सवाल

टीकम सियाग   भारतीय संविधान द्वारा प्रदत्त आरक्षण व्यवस्था को लेकर आज-कल तथाकथित सवर्ण बुद्धिजीवी वर्ग अपने अपने ढंग से इसकी पुनर्व्याख्या कर रहे हैं, और इससे संबंधित बड़े-बड़े व्याख्यान देते हुए घूम रहे हैं| इनमें कुछ लोग तो यहाँ तक कह रहे है कि आरक्षण व्यवस्था की अब भारत में जरुरत नही है इसको पूर्ण रूप से समाप्त कर […]