जाहिलियत खत्म नहीं हुई: सिलहट-कछार क्षेत्र के महिमल के खिलाफ सामाजिक पूर्वाग्रह

डॉ. ओही उद्दीन अहमद (Ohi Uddin Ahmad) एक अंतर्देशीय मुस्लिम मछली पकड़ने वाली जाति जो मुख्य रूप से बांग्लादेश के सिलहट क्षेत्र और असम के बराक घाटी और उनके आसपास के क्षेत्रों में बसी हुई है, उनकी महिमल (स्थानीय बंगाली बोली में मैमल) के नाम से जाना जाता है। महिमल शब्द की उत्पत्ति दो फ़ारसी शब्दों ‘माही’ अर्थात मछली और […]

क्या सैयदवाद ही ब्राह्मणवाद है?

अब्दुल्लाह मंसूर (Abdullah Mansoor) मुस्लिम समाज में जातिवादी व्यवस्था पूरी तरह से मौजूद है पर आज तक किसी सैयद ने सैयदवाद शब्द का इस्तेमाल नहीं किया। उन्होंने इस आधार पर पसमांदा समाज की ज़िन्दगी में हर पहलु पर होने वाले भेदभाव के खिलाफ बात नहीं की है। यह कहना न होगा कि ऊँच-नीच और सामाजिक बहिष्कार भारतीय समाज के जातिवाद […]

इस फॉर्मेट को बदलना ज़रूरी है

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नाज़ खैर (Naaz Khair) देश भर में बहुजनों ने मान्यवर कांशीराम जी की 85वीं जयंती बहुजन दिवस के तौर पर मनाया. एक पसमांदा कार्यकर्ता के रूप में मैंने भी दिल्ली में आयोजित एक बहुजन दिवस समारोह में भाग लिया और प्रमुख बहुजन मुद्दों के बारे में अपने विश्लेषण प्रस्तुत किए. जिन लोगों को पसमांदा आंदोलन के बारे में जानकारी नहीं […]

भारत के दलित मुसलमान- किताब समीक्षा

लेनिन मौदूदी (Lenin Maududi) पुस्तक : भारत के दलित मुसलमान; खंड 1-2 लेखक : डॉक्टर अयूब राईन प्रकाशन :  खंड 1 हेरिटेज प्रकाशन, खंड-2 आखर प्रकाशन मूल्य  :  300 रु (प्रति खंड) Emai l:   draiyubrayeen@gmail.com मुस्लिम समाज में जात-पात की बात की जाती है तो इसे सिरे से नकारते हुए इक़बाल का कोई शेर सुना दिया जाता है या कुरआन […]

भूख के एहसास को शेरो-सुख़न तक ले चलो

लेनिन मौदूदी (Lenin Maududi) मेरा भाई अल्तमश मुझे आज कल बहुत से नए शायरों से रूबरू करा रहा है. ये शायर इतने प्रगतिशील और क्रांतिकारी हैं कि ये “खुदा की ज़ात” पे भी शेर लिखने से नहीं डरते. पर इनमें से किसी का भी शेर “जाति व्यवस्था’ के खिलाफ़ नहीं पढ़ा है मैंने. ऐसा कैसे मुमकिन है कि वे दुनियां […]

फातिमा शेख और सावित्रीबाई फुले के बीच सहयोग

naaz khair

नाज़ खैर (Naaz Khair) आज सावित्रीबाई फुले की जयंती है. भारत की महान समाज सुधारक सावित्रीबाई का जन्म 3 जनवरी 1831 को महाराष्ट्र के सतारा जिले के नायगांव गांव में एक किसान परिवार में हुआ था. 9 बरस में ही उनका विवाह ज्योतिराव फुले के साथ हुआ जो आगे चलकर बाबा साहेब आंबेडकर के प्रेरणा स्रोत बने. ज्योतिबा बहुत बुद्धिमान […]

मुस्लिम आरक्षण: पसमांदा के लिए होलोकास्ट जैसा

Nurun N Zia Momin Edited

  एड0 नुरुलऐन ज़िया मोमिन (Adv. Nurulain Zia Momin) तथाकथित मुस्लिम लीडरशिप द्वारा काफी समय से निरन्तर मुस्लिम आरक्षण की माँग की जाती रही है. इधर सच्चर आयोग की उस तथाकथित रिपोर्ट (मुस्लिमों की हालत दलितों से बदतर है) की आड़ लेकर (हालाँकि सच्चर ने ऐसा बिल्कुल नहीं कहा है) ये माँग और तेज कर दी गयी है. जब हम […]

सर सैयद के जातिवाद की मुखालफत पर अडिग पसमांदा-बहुजन

sir sayyad ahmad khan

राउंड टेबल इंडिया बीते कुछ दिनों से सर सैयद के लेखों और उनकी स्पीचों को लेकर फेसबुक पर लगातार पसमांदा संगठन और बहुजन छात्र विरोध दर्ज करा रहे हैं. आरोप ये है कि सर सैयद अहमद खान ने अपनी किताब असबाब-ए-बगावतें हिन्द के  पृष्ठ: 60 पर भारतीय मुसलमानों की एक जाति को बदज़ात जुलाहा लिखा था. इस बात से खासे […]

फिरका बनाम जाति: असरदार कौन?

Nurun N Zia Momin Edited

  एड0 नुरुलऐन ज़िया मोमिन (Adv. Nurulain Zia Momin) मुस्लिम समाज में जिस तरह से जातियाँ और फिरके है वह किसी भी व्यक्ति से छिपे नही हैं, वह चाहे कोई मुस्लिम समाज का जानकार हो या अनभिज्ञ. किन्तु जहाँ मुस्लिम समाज/इस्लाम में मौजूद फिरकों की समस्या को मुस्लिम समाज में मौजूद सभी वर्ग (उच्च, मध्य, निम्न) खुले आम स्वीकार करते […]

हाजी इकबाल पर अनुचित गैंगस्टर एक्ट सहारनपुर के विकास और शोषित-बहुजनों पर हमला है

khalid anis ansari

  खालिद अनीस अंसारी (Khalid Anis Ansari) बसपा के पूर्व एमएलसी और नेता हाजी इकबाल, उनके भाई एमएलसी महमूद अली और दो बेटों को उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने 23 जुलाई को गैंगस्टर एक्ट के तहत निरुद्ध कर दिया एवं पुत्र जावेद अली को गिरफ्तार कर लिया. छेत्र के सभी लोग जानते हैं कि हाजी इकबाल कोई बाहुबली नेता […]