Braj Ranjan Mani किसकी चाय बेचता है तू ~ ब्रजरंजन मणि अपने को चाय वाला क्यूँ कहता है तू बात-बात पे नाटक क्यूँ करता है तू चाय वालों को क्यों बदनाम करता है तू साफ़ साफ़ बता दे किसकी चाय बेचता है तू ! खून लगाकर अंगूठे पे शहीद कहलाता है और कॉर्पोरेट माफिया में मसीहा देखता है […]
श्रद्धांजलि शब्द-संस्मरण – ओम प्रकाश वाल्मीकि जी को समर्पित
कैलाश वानखेड़े लेखक, कहानीकार, कवि एवं दलित चिंतक ओम प्रकाश वाल्मीकि जी के निधन पर लेखक कैलाश वानखेड़े द्वारा संकलित श्रद्धांजलि सन्देश जो कि फेसबुक पर लोगों ने वाल्मीकि जी को याद करते हुए लिखे. ~ मेरे पिताजी का देहांत 1 मार्च 1983 को हो गया था. मेरा जन्म 01-03-1973 का है, हिसांब लगा लें कि मेरी उम्र उस समय […]
ओम प्रकाश वाल्मीकि: हिंदी साहित्य के स्तम्भ नहीं रहे
अनिता भारती दलित साहि्त्य के सशक्त हस्ताक्षर व वरिष्ठ लेखक ओमप्रकाश बाल्मीकि जी का आज सुबह परिनिर्वाण हो गया। वे पिछले एक साल से ‘बड़ी आंत की गंभीर बीमारी’ से जूझ रहे थे। उनका हिन्दी साहित्य और दलित साहित्य में उनके अवदान और उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि रोज उनसे मिलने […]