सुमन देवठिया (Suman Devathiya) देश में ही नहीं विश्वभर में सभी इस कोरोना की माहमारी से जूझ रहे हैं और सबसे ज्यादा मज़दूर, गरीब, दलित व महिलाओं को आर्थिक व मानसिक पीड़ा झेलनी पड़ रही है. इस महामारी के संकट में केन्द्र व राज्य सरकारों ने इन तबको से आते लोगों को नगद राहत राशि देने की घोषणाएं की जिसमें […]
सफाई कर्मचारीयों के मुद्दे क्या अदृश्य हैं जो व्यवस्था को नज़र नहीं आते?
क्रांति खोड़े (Kranti Khode) आज हमारे देश के साथ-साथ कई अन्य देश भी कोरोना वायरस कोविड 19 वैष्विक महामारी से जुझ रहे हैं. इस महामारी की शुरुआत चीन के वुहान शहर से हुई. 31 दिसंबर को वुहान में प्रथम कोरोना वायरस पॉजिटिव मामला दर्ज हुआ. WHO ने इस बिमारी को महामारी घोषित किया. चीन के बाद इस महामारी ने इटली, […]
कोरोना के बाद के अकल्पनीय संसार के लिए तैयार रहें
कुछ ज़रूरी बातें जसपाल सिंह सिद्धू (Jaspal Singh Siddhu चीन ने एक मोबाइल एप तैयार की है जिसका मकसद कोरोना वायरस के पीड़ितों के ऊपर नियंत्रण करना है. यह एप मोबाइल धारकों की सारी जानकारी सरकार को भेजती है. इस वक़्त यह एप कोरोना की रोकथाम के लिए कारगर भी साबित हो सकती है लेकिन इसके इस्तेमाल से जीवन की […]
कोरोना का ख़तरा और पसमांदा समाज की ज़मीनी हकीक़त
लेनिन मौदूदी (Lenin Maududi) 10 गुणा 12 के 2-3 कमरों का एक छोटा सा घर. उस घर में दादा-दादी, मियां-बीवी और 3 बच्चे रहते हैं. मऊ के पसमांदा मुस्लिम घरों की आमतौर से यही संरचना होती है. इसका मतलब है कि एक ही परिवार की तीन पीढ़ियों में कोरोना वायरस के वाहक़ (carriers) मौजूद हैं. पोते-पोतियों से घिरे रहने के […]