रावण के बहाने से कोइतूर व्यवस्था में ब्राह्मणवाद की घुसपैठ

Surya Bali

डॉ सूर्या बाली (Dr. Surya Bali) आजकल एक बात देखने में आ रही है कि लोग रावण को कुछ ज्यादा ही महत्व दे रहे हैं और रावण को लेकर कुछ ज्यादा ही संवेदनशील हो रहे हैं. और तरह-तरह की कहानियां, किस्से, धार्मिक विश्लेषण, मूर्ति और मंदिर इत्यादि के द्वारा रावण को पुनः प्रतिस्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसा […]