सिखों के स्वशासन के अधिकार पर डॉ. अंबेडकर का बहुमूल्य मशवरा

यह आर्टिकल सरदार अजमेर सिंह की किताब ‘बीसवीं सदी की सिख राजनीती – एक गुलामी से दूसरी गुलामी तक’ से लिया गया है।     (पंजाब के विभाजन के बाद बनी परिस्थितियों और अलग सिख राज्य पर) पंजाब के विभाजन के बाद पूरबी पंजाब में अलग अलग वर्गों की जनसँख्या के अनुपात में खासी तब्दीली आ गई थी। पश्चिमी पंजाब […]