इसके या उसके ही नहीं, ‘कबीर’ सबके हैं

शैली किरण (Shelly Kiran) सुकरात ने एक बार कड़े स्वर में पूछा था- आप किस तरह मुझसे इस नगर के लिए उपचार की उम्मीद रखते हैं? क्या मुझे एंथेन वासियों से तब तक लड़ना चाहिए जब तक वे सुधर न जायें जैसे कि किसी चिकत्सक ने उन्हें सुधारा हो या फिर मैं उनका सेवक बन जाऊँ और उनका मनोरंजन करूँ? […]