रचना गौतम (Rachna Gautam) मैं इन दिनों अक्सर एक सोच में पड़ जाती हूँ कि मैं कभी ‘उन’ लड़कियों की तरह क्यूँ नहीं बन पाई जिनकी त्वचा सोने-सी चमकती है? जो फैराये फिरती है अपने बालों को! जिन्हें आता है परफेक्टली ग्रूमड (perfectly groomed) और सोफिसटीकेटड (sophisticated) दिखना। जिनसे मिलने उनके प्रेमी पुणे से अमरावती तक आते थे। या जो […]