सतविंदर मदारा (Satvendar Madara) हाल ही में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव नतीजों ने बहुजन राजनीति को असमंजस में डाल दिया है। एक ओर तो संविधान विरोधी RSS-BJP का सफाया होने से ST, SC, OBC और अल्पसंख्यकों ने राहत की साँस ली है, वहीं कांग्रेस की जीत ने “बहुजन समाज” के अपने राजनीतिक दलों की भूमिका पर भी कई […]
साहब कांशी राम का आन्दोलन- उनके जाने के बाद: एक समीक्षा
सतविंदर मदारा (Satvendar Madara) 9 अक्टूबर 2018 को उनके 12वे परिनिर्वाण दिवस पर विशेष 9 अक्टूबर 2006 को जब साहब कांशी राम जी की मौत की दुखद खबर पुरे देश और दुनिया में उनके चाहने वालों तक पहुँची, तो सभी के दिलो-दिमाग पर कई सवाल छा गए. बाबासाहब अम्बेडकर का कारवां जो, 6 दिसंबर 1956 को, उनके परिनिर्वाण के […]
हाजी इकबाल पर अनुचित गैंगस्टर एक्ट सहारनपुर के विकास और शोषित-बहुजनों पर हमला है
खालिद अनीस अंसारी (Khalid Anis Ansari) बसपा के पूर्व एमएलसी और नेता हाजी इकबाल, उनके भाई एमएलसी महमूद अली और दो बेटों को उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने 23 जुलाई को गैंगस्टर एक्ट के तहत निरुद्ध कर दिया एवं पुत्र जावेद अली को गिरफ्तार कर लिया. छेत्र के सभी लोग जानते हैं कि हाजी इकबाल कोई बाहुबली नेता […]
मैं इसलिए हँस रहा हूँ क्यूंकि… – कांशी राम
पम्मी लालोमाजरा (Pammi Lalomajra) घटना 1992 की है. साहेब चंडीगढ़ माता राम धीमान के घर रुके हुए थे. धीमान वह इंसान थे जिसे साहेब साथ लेकर सुबह के चार चार बजे तक सुखना झील के किनारे बैठकर सियासत के नक़्शे बनाते रहते थे. उस रात भी रात के करीब 11-12 बजे होंगे.साहेब बैठे बैठे अचानक हँस पड़े. धीमान ने […]
“मिले मुलायम कांशी राम, हवा हो गए जय श्री राम” नारे का जादू आज भी बरकरार
चुनाव विशेष सतविंदर मदारा (Satvendar Madara) जब 1993 के ऐतिहासिक उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनावों में साहब कांशी राम ने “मिले मुलायम कांशी राम, हवा हो गए जय श्री राम” का नारा दिया तो शायद ही उन्हें इस बात का अहसास होगा कि 25 साल बाद, यह नारा दुबारा ज़िंदा होकर फिर से देश की राजनीतिक दिशा बदलेगा. तब […]