धम्म दर्शन निगम (Dhamma Darshan Nigam) किसी भी राजनैतिक पार्टी को मालूम होता है कि उसे किस क्षेत्र से किस जाति-धर्म-समुदाय के लोगों का वोट मिल रहा है। अपने-अपने वोट बैंक को स्थिर रखने या और बढ़ाने के लिए तो राजनैतिक पार्टियां काम करती ही हैं, लेकिन विपक्षी पार्टियों के वोट बैंक को कमज़ोर करने या ख़तम करने का काम […]
NRC, CAA: कहीं अधिक खतरा तो दलितों को है
धर्मेश आंबेडकर (Dharmesh Ambedkar) जयभीम साथियों ! सिटीजनशिप अमेंडमेंट एक्ट(CAA) और नेशनल रजिस्टर ऑफ़ सिटिज़न्स (NRC) का नाम तो आपने ज़रूर सुना होगा। मीडिया लगातार बता रही है कि ये मुसलमान विरोधी है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी तो खुद यह कह चुके हैं कि इसके विरोधियों को उनके कपड़े के आधार पर पहचान की जा सकती है। यदि आप भी ऐसा ही […]
एक पूरी कौम को आबादी से निकालने की कवायद है CAB
(मोहम्मद जावेद अलिग) Mohammad Javed Alig देश के गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को नागरिकता संशोधन अधिनियम को लोकसभा में प्रस्तुत किया जिसे लोकसभा में पूर्ण बहुमत (311) मत के साथ उस अधिनियम को संशोधित करने की अनुमति दी गई है. इसके बाद इस बिल को राज्यसभा से भी मंजूरी मिल गयी है. इस अधिनियम को लाने की वजह जो […]
भारत में उभरते रेप संस्कृति के लिए ब्राह्मणवादी मानसिकता है जिम्मेदार
विद्यासागर (Vidyasagar) पिछले कुछ दिनों से हैदराबाद रेप मामले के विरोध में संसद से सड़क तक विरोध प्रदर्शन हुआ है. इस अपराधिक घटना ने मीडिया का ध्यान खींचा है. निर्भया काण्ड फिर से ताज़ा हो गया है. जहाँ निर्भया बलात्कार मामले में पूरी प्रिक्रिया को निभाया गया वहीँ हैदराबाद में हुई घटना में चारों आरोपियों को तुरंत सज़ा मल चुकी […]
भारत के रॉबिनहुड व् महान क्रन्तिकारी मामा टंट्या भील
डॉ सूर्या बाली ‘सूरज धुर्वे’ (Dr. Surya Bali ‘Suraj Dhurve’) भारत में जनजातियों की वीरता, बलिदान व् उनके भारत के निर्माण में अतुलनीय बलिदान को कुटिल और सामंती सोच के इतिहासकार कभी भी जनता के सामने लेकर नहीं आये. जब भारत के ब्राह्मण, सेठ-साहूकार और राजपूत, मुगलों और अंग्रेजों की शान में कसीदे पढ़ रहे थे तब मध्य भारत में […]
डॉ अंबेडकर और बहुजन भारत के भविष्य का प्रश्न
संजय श्रमण जोठे (Sanjay Shraman Jothe) डॉ. अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर भारत के दलित-बहुजनों को अब कुछ गंभीर होकर विचार करना चाहिए। बीते कुछ वर्षों मे भारत की राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक पतन से जन्मी दुर्दशा की सघन प्रष्ठभूमि मे हमें अंबेडकर की वैचारिक विरासत और उनके दिखलाये मार्ग की सम्मिलित संभावनाओं को ठीक से समझना होगा। जिस गंभीरता […]
भारत का बहुजन आख़िर कब बोलेगा ? (गीत)
डॉ सूर्या बाली ‘सूरज धुर्वे’ (Dr. Surya Bali ‘Suraj Dhurve) गहरी निद्रा से आँखे कब खोलेगा? भारत का बहुजन आख़िर कब बोलेगा ? कब बोलेगा इन झूठी सरकारों पर ? कब बोलेगा बिके हुए अख़बारों पर ? कब तक ओछी राजनीति को झेलेगा ? कब बोलेगा धरम के अत्याचारों पर ? बंद ज़ुबानो को अपनी कब खोलेगा? भारत […]