भारत के शहरी निजी क्षेत्र में जातिगत भेदभाव

प्रीति चंद्रकुमार पाटिल (Preeti Chandrakumar Patil) सुखदेव थोरात और कैथरीन न्यूमन ने अपने लेख ‘जाति और आर्थिक भेदभाव: कारण, परिणाम और उपाय’ (कास्ट एंड इकनोमिक डिस्क्रिमिनेशन: कॉसेस, काँसेकुएन्सेस एंड रेमेडीज) में सामाजिक बहिष्कार को एक ऐसी प्रक्रिया के रूप में परिभाषित किया है जिसके द्वारा कुछ समूहों को सामाजिक सदस्यता निर्धारित करने वाली आर्थिक, शैक्षिक और सामाजिक संस्थाओं में प्रवेश […]

भारतीय इतिहास के अलौलिक महामानव महात्मा ज्योतिबा फुले

Surya Bali

डॉ सूर्या बाली ‘सूरज धुर्वे’ (Dr. Surya Bali ‘Suraj Dhurve) ज्योतिराव गोविंदराव फुले एक महान विचारक, समाजसेवी, लेखक, दार्शनिक तथा क्रान्तिकारी व्यक्ति थे. आपको ‘महात्मा फुले’ एवं ‘ज्‍योतिबा फुले’ के नाम से भी जाना जाता है. आपका जन्म 11 अप्रैल 1827 को पुणे जिले के खानवाडी नमक स्थान में हुआ था. इनके पिता का नाम गोविंद राव फुले और माता […]

भारत में “विश्व के इंडीजेनस लोगों के अंतर्राष्ट्रीय दिवस’ को आयोजित करने और मनाने के सही मायने

आज अंतर्राष्ट्रीय इंडीजेनस दिवस पर विशेष  डॉ सूर्या बाली “सूरज धुर्वे”  इंडीजेनस लोग विशिष्ट संस्कृति वाले ऐसे मानव समूह हैं जो पृथ्वी के सबसे पहले ज्ञात निवासियों में से हैं. पूरी दुनिया में इंडीजेनस समूह अपनी आरंभिक जीवन शैली, प्राचीन परंपरा और संस्कृति को अपनाए रहते हैं और किसी दिए गए विशेष क्षेत्र से जुड़े होते हैं. समान्यतया इंडीजेनस लोगों […]

कब तक ढोते रहें मैला? और क्यूँ ढोयें??

Dhamma

धम्म दर्शन निगम (Dhamma Darshan Nigam)  कौन हैं ये सफाई कर्मचारी? सफाई कर्मचारी, मतलब वे लोग जो घरों में टॉयलेट/शौचालय साफ करने आते हैं, घरों से कूड़ा लेके जाते हैं, गली-सड़क पर झाड़ू लगाते हैं, और वो भी जो बड़े-बड़े कूड़े के ढेर से कूड़ा गाड़ी में भरकर ले जाते हैं। किसी भी आम इंसान को ये काम एक बहुत […]

गुरु नानक देव और धार्मिक-सामाजिक क्रांति

Sanjay Shraman Jothe 3 7 19

संजय जोठे (Sanjay Jothe) गुरु नानक इस देश में एक नयी ही धार्मिक-सामाजिक क्रान्ति और जागरण के प्रस्तोता हैं। पूरे मध्यकालीन संत साहित्य में जिन श्रेष्ठताओं का दर्शन बिखरे हुए रूप में होता है उन सबको नानक एकसाथ एक मंच पर ले आते हैं। उनकी परम्परा में बना गुरु ग्रन्थ साहिब इतना इन्क्लूसिव और ज़िंदा ग्रन्थ है कि उसकी मिसाल […]