संजय श्रमण जोठे (Sanjay Shraman Jothe) हमारे दौर मे युवाल नोवा हरारी अपनी किताबों मे इस बात को बहुत अच्छे से समझा चुके हैं कि इंसानियत के सामने वास्तविक खतरे कौन से होते हैं और इंसानियत उनसे बचने के लिए क्या क्या करती आई है। पिछले 70 सालों मे परमाणु हथियारों ने जो खतरा पैदा किया उसके नतीजे मे ग्लोबलाइज्ड […]
बात गोगोई से निकली है, तो यू.यू. ललित और ए.के. गोयल तलक जाएगी
विकास वर्मा (Vikas Verma) पूर्व मुख्य न्यायधीश रंजन गोगोई को कल राम मंदिर मुद्दे पर (निहायती घटिया) फैसला और राफेल मुद्दे पर नरेंद्र मोदी को क्लीन चिट देने का ईनाम मिल गया। अक्सर इस तरह के ‘ईनाम’ अपने यहाँ ईमान बेचकर हासिल किए जाते हैं, इसकी एक और इबारत पूर्व मुख्य न्यायधीश ने लिख दी है। इतिहास गवाह रहा है […]
मिशन के रास्ते पर चलते हुए- मान्यवर कांशी राम
मिशन के रास्ते पर चलते हुए बेईज्ज़ती भी होगी, चोट भी लगेगी, ज़ख्म भी मिलेंगे और घुसपैठिये भी मिलेंगे, लेकिन आपको सावधान रहना होगा- साहेब कांशी राम पम्मी लालोमज़ारा (Pammi Lalomazara) उपरोक्त शब्द साहेब ने 14 अक्टूबर 1981 से लेकर 18 अक्टूबर 1981 तक चंडीगढ़ के 17 सेक्टर के परेड ग्राउंड में चले पांच दिन तक बामसेफ के तीसरे राष्ट्रिय […]
हकीकत बन रहा साहब कांशी राम का ‘बहुजन समाज’
सतविंदर मदारा (Satvendar Madara) 6000 से ज़्यादा जातियों में बटे हुए OBC, SC, ST और इनमें से धर्म परिवर्तित लोगों को एकजुट करने के लिए, जिस ‘बहुजन समाज’ की सोच साहब कांशी राम ने बनाई थी, अब वो हकीकत बनती जा रही है. देश की आबादी का 85% से भी ज़्यादा यह वर्ग – देर से ही सही, इस ज़रूरत […]
अमर स्वतंत्रता संग्रामी, क्रांतिकारी बाबूराव शेडमाके: आज 187वीं जयंती पर विशेष
डॉ सूर्या बाली ‘सूरज धुर्वे’ (Dr. Surya Bali ‘Suraj Dhurve’) कहते हैं अगर मानव जीवन मिले तो उसे मानव की तरह ही जीना चाहिए, चाहे वो जीवन कुछ ही दिनों का क्यूँ न हो। कुछ लोग पूरी ज़िंदगी निरर्थक ही गुज़ार देते हैं और कुछ लोग कम उम्र में ही वीरता पूर्ण और सम्मानजनक जीवन जीकर इस संसार से विदा […]
साम्प्रदायिक दंगे और भारतीय पुलिस: पुस्तक समीक्षा
लेनिन मौदूदी (Lenin Maududi) किताब: साम्प्रदायिक दंगे और भारतीय पुलिस लेखक: विभूति नारायण राय प्रकाशक: राधाकृष्ण पेपरबकैस तीसरा संस्करण: 2016, पेज: 165 मूल्य: 150₹ इस बात को साफ़-साफ़ समझ लें ‘दंगे’ साम्प्रदायिकता परिणाम होते हैं, साम्प्रदायिक मानसिकता का अंतिम फल होते हैं. सब से पहले आपके विचार हिंसक होते हैं फिर वह हिंसा आप के व्यवहार में आती है. यही […]
बस्तर के अंतिम महाराजा प्रवीरचन्द्र भंजदेव को शत शत नमन
डॉ सूर्या बाली “सूरज धुर्वे” (Dr. Surya Bali “Suraj Dhurve”) भारत के मध्य में स्थित बस्तर संभाग प्राचीन काल से ही विदेशियों, आक्रमणकारियों और आक्रांताओं के लिए अभेद्य रहा है. वैदिक काल के ऋषियों के लिए सबसे मुश्किल दौर इन्ही जंगलों में रहा. आर्यों को सबसे ज्यादा मुश्किलें इसी क्षेत्र में आईं और यहीं पर उन्हें मुंह की खानी पड़ी. […]
उरांव वीरांगना – सिनगी दई (दीदी)
डॉ. शांति खलखो (Dr. Shanti Xalxo) “सिनगी दई ” एक ऐसा नाम जिसे सुनते ही हम रोमांचित हो उठते हैं। हम गर्व महसूस करते हैं, दिलों-दिमाग पर एक अनजानी सी चहक जगती है। कैसी रही होगी “सिनगी दई”? कैसा होगा उनका व्यक्तित्व? कैसे उन्होंने अपनी कर्मठता से नेतृत्व संभाला था? जबकि उन्हें पता था कि अपने राज्य में अभी एक […]
आदिवासी महानायक तिलका मांझी याद किए गए कोलकाता में
डॉ ललित कुमार (Dr. Lalit Kumar) तिलका मांझी पहले आदिवासी नेता रहे जिन्होंने गोरी हुकूमत के खिलाफ हथियार उठाये. मंगल पांडे जिनके बारे में प्रचारित किया गया है कि वह पहले व्यक्ति थे जिन्होंने अग्रेजों से लड़ाई की शुरुआत की, तिलका मांझी उनसे सत्तर साल पहले ही आदिवासियों को ब्रिटिश हुकूमत द्वारा उनके संसाधनों की लूट और प्रताड़ना के खिलाफ […]
CAA-NRC-NPR का पूरा लेखा-जोखा, विशेषज्ञ के हवाले से
राउंड टेबल इंडिया (Round Table India) देश भर में पिछ्ले कुछ माह से सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ जगह-जगह विरोध और प्रदर्शन हो रहे हैं. इसी कड़ी में 4 मार्च 2020 को देश बचाओ! संविधान बचाओ समिति के तत्वावधान मान. प्रकाश आम्बेडकर के निर्दशन में देश के कोने-कोने से लाखो की संख्या में भारत के नागरिक नई दिल्ली के […]