वृत्तान्त मानवतकर (Vruttant Manwatkar) क्योंकि मोंटी उर्फ़ अप्पा एक असली क्रांतिकारी हीरो है. मोंटी ने अपने मुहल्ले में ऐसी क्रांति कर दी है कि आजकल वो मुहल्ले के सारे नौजवानों और बुज़ुर्गों की चर्चाओं का मुख्य किरदार हैं. उसने ऐसी क्रांति की हैं जिसे बड़े-बड़े भाषणबाज़ ज़िक्र करने से भी कतराते हैं. इतना ही नहीं, कुछ लोग मोंटी को समाज […]
उत्तर भारत में सामाजिक इन्कलाब की आहट
सुचित कुमार यादव (Suchit Kumar Yadav) देश में आम चुनाव-2019 की बिगुल बज चुका है. तीन चरणों के चुनाव हो चुके है. इस चुनाव में कई ऐतिहासिक घटनाक्रम देखने को मील रहें हैं. चुनाव आयोग की विश्वसनीयता साख पर है, मामला सर्वोच्च न्ययालय तक पहुच चुका है. भारती जनता पार्टी ने माले गाँव के आतंकी घटना में तथाकथित रूप से […]
सच होती हुई दिख रही है बाबासाहेब की चेतावनी: भक्त राजनीति में तानाशाही को जन्म देते हैं
मुहम्मद जावेद, सरफ़राज़ नासिर जंग (बाएं से दायें) आज जब यह कहा जा रहा है कि संविधान के साथ-साथ हमारे देश का लोकतंत्र भी खतरे में है, जिसको बचाने की गुहार लगाकर पूरा विपक्ष इकठ्ठा होकर संविधान और लोकतंत्र को बचाने के नाम पर वोट मांग रहा है. जहां लोकतंत्र के खतरे की बात आती है तो मीडिया का भी […]
लोक सभा चुनाव 2019: मुस्लिम उम्मीदवारों का सामाजिक वर्ग
खालिद अनीस अंसारी (Khalid Anis Ansari) लोक सभा 2019 के चुनावों में जिन पार्टियों ने मुस्लिम समाज के लोगों को टिकट दिया है उनकी जाति का ब्यौरा निम्नलिखत है. बिहार महागठबंधन 1. दरभंगा, अब्दुल बारी सिद्दीकी (सवर्ण, शेख) 2. सीवान, हिना शाहाब (सवर्ण, शेख) 3. बेगूसराय, तनवीर हसन (सवर्ण, सय्यद) 4. किशनगंज, डाक्टर मो जावेद (सवर्ण, शेख) 5. कटिहार, तारिक […]
कुठाँव: इस्लामी मसावात का झुनझुना
लेनिन मौदूदी (Lenin Maududi) उपन्यास का नाम : कुठाँव लेखक : अब्दुल बिस्मिल्लाह प्रकाशन : राजकमल, 2019 मूल्य : 199 रू इद्दन जब पहली बार लोहे के तसले को अपनी बगल में दबाकर ‘कमाने’ निकली तो मोहम्मद अफ़ज़ल खां के घर के भीतर बनी खुड्डी में जाकर वह क्या देखती है कि वहां पीले-पीले गू के दलदल में कुछ कीड़े […]
नागपुर के बहुजन उत्साहित हैं डॉ. मनीषा को लेकर
राउंड टेबल इंडिया कुछ ही दिन दूर रह गए लोक सभा चुनाव में नागपुर संसदीय क्षेत्र से पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया की प्रत्याशी डॉ. मनीषा बांगर अपने जीवन का पहला चुनाव लड़ रही हैं लेकिन उनके प्रति लोगों का उत्साह देखते बनता है. 11 अप्रैल को होने वाले चुनाव के मद्देनजर मनीषा इन दिनों जोरदार चुनाव अभियान में जुटी हैं. […]
ब्राह्मणवाद और पितृसत्ता की ‘लुक्का-छिपी’
आरती रानी प्रजापति (Aarti Rani Prajapati) माना जाता है कि फिल्में समाज का आईना होती हैं, जैसा समाज वैसी फिल्म। बदलते समाज के साथ फिल्मों ने भी बदलना शुरू किया है। समाज में ब्राह्मणवाद और पितृसत्ता दोनों ने रूप बदला है। इन दोनों को चुनौती देते दलित और महिला वर्ग उभरकर सामने आ रहे हैं। आज लड़कियां भी पढ़ रही […]
तेजस्वी यादव का फैसला सही था
मुख्त्यार सिंह (Mukhtyar Singh) बिहार में महागठबंधन ने कन्हैया कुमार के लिएबेगूसराय सीट नहीं छोड़ी तो वामपंथी धड़ा इससे एकदम क्रुद्ध हो गया. कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया (CPI) ने तुरंत अपनी मीटिंग बुलाई और बेगूसराय से कन्हैया कुमार को अपना प्रत्याशी घोषित किया. एक तरफ राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और दूसरी तरफ, कन्हैया कुमार का गुट इनका आपस में राजनीतिक […]
अली अनवर को टिकट दिलवाने के लिए पसमांदा मुस्लिम समाज ने भरी हुंकार
अभिजीत आनंद (Abhijit Anand) बिहार में पसमांदा मुस्लिम समाज राजनीतिक पार्टियों द्वारा टिकट वितरण में नज़रंदाज़ किये जाने पर बेहद नाराज़ है. इस सन्दर्भ में समाजशास्त्री प्रो. खालिद अनीस अंसारी ने 23 मार्च को change.org पर एक ऑनलाइन पेटीशन आरंभ की जिसमे राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पार्टी से पसमांदा नायक श्री अली अनवर अंसारी के लिए मधुबनी लोक सभा सीट […]
इस फॉर्मेट को बदलना ज़रूरी है
नाज़ खैर (Naaz Khair) देश भर में बहुजनों ने मान्यवर कांशीराम जी की 85वीं जयंती बहुजन दिवस के तौर पर मनाया. एक पसमांदा कार्यकर्ता के रूप में मैंने भी दिल्ली में आयोजित एक बहुजन दिवस समारोह में भाग लिया और प्रमुख बहुजन मुद्दों के बारे में अपने विश्लेषण प्रस्तुत किए. जिन लोगों को पसमांदा आंदोलन के बारे में जानकारी नहीं […]