वर्ष 2021 मान्यवर के बहुजन आंदोलन के लिए बेहद अहम

satvendra madara

सतविंदर मनख (Satvinder Manakh) 15 मार्च 2021 को साहेब कांशी राम का 87वां जन्मदिन, “बहुजन समाज दिवस” के तौर पर भारत समेत पूरी दुनिया में बहुजन समाज की तरफ से मनाया जाएगा. 2022 के उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनावों के मद्देनजर यह साल, उनके द्वारा शुरू किए गए बहुजन आंदोलन के लिए एक बहुत ही अहम साल है. साहेब कांशी […]

इसके या उसके ही नहीं, ‘कबीर’ सबके हैं

शैली किरण (Shelly Kiran) सुकरात ने एक बार कड़े स्वर में पूछा था- आप किस तरह मुझसे इस नगर के लिए उपचार की उम्मीद रखते हैं? क्या मुझे एंथेन वासियों से तब तक लड़ना चाहिए जब तक वे सुधर न जायें जैसे कि किसी चिकत्सक ने उन्हें सुधारा हो या फिर मैं उनका सेवक बन जाऊँ और उनका मनोरंजन करूँ? […]

मेनलैंड वाले नस्लवादी भारतीय कोविड से अधिक भयानक थे

चोन्थम रामेश्वरी

चोन्थम रामेश्वरी (Chongtham Rameshwori) मेरे फ़ोन में रात के 9:21 का समय दर्ज है जिसमें मेरी पसंदीदा टीशर्ट की पहली फोटो है, जो दरअसल, एक अभागी टीशर्ट है. इसपर अब, गले और सीने के हिस्से पर, तंबाकू वाले पान के थूक की परत जम गई है जिससे एक तीखी गंध आ रही है. 22 मार्च 2020 को, रात 9 बजे […]

मौजूदा कृषि संघर्ष : कारणों की पृष्ठभूमि, भविष्य का अनुमान और सुझाव

सुखदीप सिंघ (Sukhdeep Singh) पंजाब का इतिहास शुरू से ही संघर्ष वाला रहा है. यदि हमें पंजाब के मौजूदा कृषि/किसानी संघर्ष के कारणों के बारे में जानना हो तो इस संघर्ष के सांस्कृतिक, विचारधारी, राजनीतिक और आर्थिक कारणों की पृष्ठभूमि के ऊपर निगाह डालना ज़रूरी है. संघर्ष के कारणों की पृष्ठभूमि पंजाब की सांस्कृतिक विचारधारा की पृष्ठभूमि का प्रारंभ बाबा […]

क्या हिन्दू (ब्राह्मण) धर्म अल्पमत में आ जाएगा?

satvendra madara

सतविंदर मनख (Satvinder Manakh) 2021 में जनगणना होने जा रही है. इसमें देश की बहुत सारी पिछड़ी और अनुसूचित जतियाँ, अपना धर्म क्या लिखवाएंगी, इसे लकर विवाद लगातार बना हुआ है.  देश की अनसूचित जातियों में तो यह विषय, बाबासाहेब अंबेडकर के 14 अकतूबर, 1956 में हिन्दू धर्म छोड़ बुद्ध धर्म अपनाने के बाद से उठता ही रहता है. अब […]

ऐसे थे अपने पेरियार साहेब

गुरिंदर आज़ाद (Gurinder Azad) ब्राह्मणवाद से आक्रामक रूप से निपटने की सबसे अमीर विरासत अगर किसी ने बनाई है तो वह हैं हम सबके पेरियार साहेब. उनका पूरा नाम था- इरोड वेंकटप्पा रामासामी नायकर. पेरियार का अर्थ है ‘एक महान व्यक्ति’. बहुजन युवा आज सोशल मीडिया पर अपनी आक्रामकता और बेचैनी को उनके कथनों को साझा करके अभिव्यक्त करते हैं, […]

‘कब तक मारे जाओगे’- वैचारिक आंदोलन का निर्माण करती कविताएँ

R.D. Anand

आर. डी. आनंद (R. D. Anand) युवा कवियों में बहुख्यातिप्राप्त कवि नरेंद्र वाल्मीकि द्वारा संपादित कविता-संग्रह “कब तक मारे जाओगे” वर्ष 2020 के जुलाई माह में सिद्धार्थ बुक्स, दिल्ली द्वारा प्रकाशित होकर हमारे हाथों में हैं. पुस्तक के प्रथम फ्लैप पर डॉ. जय प्रकाश कर्दम और द्वितीय पर डॉ. कर्मानंद आर्य की महत्वपूर्ण टिप्पणियाँ हैं. यह पुस्तक 240 पृष्ठों में […]

करम पर्व: प्राकृतिक दर्शन और सामुदायिक सहभागिता का महापर्व

डॉ. सूर्या बाली ‘सूरज धुर्वे’ (Dr. Suraj Bali ‘Suraj Dhurve’) करम पर्व प्रकृति को संरक्षित और समृद्ध करने के साथ साथ कोइतूर जीवन को गति देने वाला त्योहार है.  यह कोया पुनेमी1 पाबुन2 भादों उजियारी पाख की एकादशी और उसके आसपास मनाया जाता है. चूंकि यह उजियारी पाख का पर्व है इसलिए इसे पाबुन कहते हैं. करम पर्व यानि कर्मा त्यौहार […]

2021 में बहुजन किस धर्म की और रुख़ करेंगे?

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सतविंदर मनख (Satvendar Manakh) 2021 में पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों का धर्म क्या होगा? हिन्दू, मुसलमान, ईसाई, सिख, बौद्ध, जैन? 2021 में अगली जनगणना होने जा रही है। इसमें पिछड़े, दलित, आदिवासी(OBC, SC, ST) क्या फिर से अपने को “हिन्दू” लिखवाएंगे? या जिस धर्म ने उन्हें शूद्र, अछूत, ग़ुलाम बनाया, वो इसे छोड़ “इस्लाम, ईसाई, सिख, बौद्ध या जैन” धर्म अपनाएंगे […]

टीना डाबी के दफ्तर-प्रवेश का ब्राह्मणी कर्मकांड बनाम वैज्ञानिक चेतना की कसौटी

अरविंद शेष (Arvind Shesh) बेशक इसरो के चीफ वैज्ञानिक माधवन नायर या वैज्ञानिक राधाकृष्णन या वैज्ञानिक के. शिवन के मुकाबले आइएएस टीना डाबी की जिम्मेदारी ज्यादा है अंधविश्वासों के खिलाफ वैज्ञानिक चेतना को निबाहने की, उसे मजबूत करने की! इसरो के वैज्ञानिक माधवन नायर या राधाकृष्णन अगर किसी भी अंतरिक्ष यान के प्रक्षेपण के पहले बालाजी तिरुपति या किसी मंदिर […]