मौजूदा कृषि संघर्ष : कारणों की पृष्ठभूमि, भविष्य का अनुमान और सुझाव

सुखदीप सिंघ (Sukhdeep Singh) पंजाब का इतिहास शुरू से ही संघर्ष वाला रहा है. यदि हमें पंजाब के मौजूदा कृषि/किसानी संघर्ष के कारणों के बारे में जानना हो तो इस संघर्ष के सांस्कृतिक, विचारधारी, राजनीतिक और आर्थिक कारणों की पृष्ठभूमि के ऊपर निगाह डालना ज़रूरी है. संघर्ष के कारणों की पृष्ठभूमि पंजाब की सांस्कृतिक विचारधारा की पृष्ठभूमि का प्रारंभ बाबा […]

किसानी संघर्ष में असली संघर्ष 26 से 31 जनवरी तक था

सरदार मनधीर सिंह (Sardar Mandhir Singh) किसान-संघर्ष के दौरान 26 जनवरी के आगे के 3-4 दिन सही मायनों में संघर्ष का दौर था. 26 तारिख के घटनाक्रम के बाद सरकार ने किसानों के लाल किले में प्रवेश, केसरी निशान (खालसा पंथ का झंडा) और किसानी झंडा झुलाने और तिरंगे के कथित अपमान के हवाले से गोदी (ब्राह्मणवादी) मीडिया के ज़रिये […]

क्या हिन्दू (ब्राह्मण) धर्म अल्पमत में आ जाएगा?

satvendra madara

सतविंदर मनख (Satvinder Manakh) 2021 में जनगणना होने जा रही है. इसमें देश की बहुत सारी पिछड़ी और अनुसूचित जतियाँ, अपना धर्म क्या लिखवाएंगी, इसे लकर विवाद लगातार बना हुआ है.  देश की अनसूचित जातियों में तो यह विषय, बाबासाहेब अंबेडकर के 14 अकतूबर, 1956 में हिन्दू धर्म छोड़ बुद्ध धर्म अपनाने के बाद से उठता ही रहता है. अब […]

ऐसे थे अपने पेरियार साहेब

गुरिंदर आज़ाद (Gurinder Azad) ब्राह्मणवाद से आक्रामक रूप से निपटने की सबसे अमीर विरासत अगर किसी ने बनाई है तो वह हैं हम सबके पेरियार साहेब. उनका पूरा नाम था- इरोड वेंकटप्पा रामासामी नायकर. पेरियार का अर्थ है ‘एक महान व्यक्ति’. बहुजन युवा आज सोशल मीडिया पर अपनी आक्रामकता और बेचैनी को उनके कथनों को साझा करके अभिव्यक्त करते हैं, […]

किसान आंदोलन का बढ़ता हुआ दायरा बनाम सरकार

satvendra madara

सतविंदर मनख (Satvinder Manakh) केंद्र की RSS- BJP सरकार द्वारा किसानों के लिए बनाए गए नए कानून के खिलाफ पंजाब से शुरू हुआ किसान आंदोलन, अब पूरे देश में फैल चुका है। शुरुआती दौर में ही इसमें हरियाणा – उत्तर प्रदेश के किसान जुड़े। अब राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, बिहार समेत कई दूसरे राज्यों के किसानों के न सिर्फ समर्थन बल्कि […]

अनाज का रसायन विज्ञान (किसान को समर्पित 5 लघु कविताएँ)

बाल गंगाधर बाग़ी (Bal Gangadhar Baghi) 1. किसान किसान नहीं तो भोजन नहीं, भोजन नहीं तो जीवन नहीं। और जीवन नहीं तो मानवता सभ्यता का अंत।फिर किसी का भी इतिहास नहीं होगाक्योंकि इतिहास लिखने के लिए इतिहासकार का भी ज़िंदा रहना ज़रूरी हैयही ज़िंदगी की धूरी है।इसीलिए !किसान का अंत होना,इतिहास का भी अंत होना है ! 2. रोटी का […]

दियरी या दियारी (दीपक) एक कोया-पुनेमी फसलोत्सव

डॉ सूर्या बाली “सूरज धुर्वे” (Dr. Suraj Bali ‘Suraj Dhurve’)  कोया पुनेम के संस्थापक मुठवा पारी पहाण्दी कुपार लिंगों ने कोयामूरी द्वीप पर मानव के लिए सर्व प्रथम धान की फ़सल की ही शुरुआत की थी इसलिए मानव जीवन के लिए धान बहुत महत्त्वपूर्ण था. आज भी भारत के ज़्यादातर हिस्सों में धान पर आधारित खेती के सहारे ही मानव […]

‘जंगो लिंगो लाठी गोंगों’ एक महान कोयापुनेमी उत्सव

डॉ सूर्या बाली “सूरज धुर्वे” (Dr. Suraj Bali ‘Suraj Dhurve’) कोया-पुनेमी संस्कृति में प्रकृति को सर्वोच्च माना गया है और मानव को प्रकृति के साथ समंजस्य बनाकर जीवन जीने की बात कही जाती है. प्रत्येक मानव प्रकृति की समझ के बिना अपूर्ण, अज्ञानी और अपरिपक्व होता है जो प्रकृति के सानिध्य में रहकर समय के साथ पूर्ण, ज्ञानी और परिपक्व […]

जाने कब वो कल होगा

Deepak Mevati

दीपक मेवाती ‘वाल्मीकि’ (Deepak Mevati ‘Valmiki’) मैं भी प्यार मोहब्बत लिखतालिखता मैं भी प्रेम दुलारलिखता यौवन की अंगड़ाईलिखता रूठ और मनुहारलिखता प्रकृति की भाषालिखता दुश्मन का मैं वारलिखता फूलों की मादकतालिखता नभमंडल के पार। पर नहीं सोच पाता है मनकुछ उससे आगे पार लिखूंसुरक्षित जीवन सबका हो जिससे बस उसका जीवन सार लिखूं। जहाँ की सोच लग जाता हैकपड़ा सबकी […]

एक कोइतूर बच्चे ने कहा- मुझे डॉक्टर बनना है

sanjay Shraman Jothe

एक संकल्प, एक सपने और एक वादे की दास्तान डॉ.सूर्या बाली संजय श्रमण जोठे (Sanjay Shraman Jothe) इस प्रेरणादायी कहानी में आपका स्वागत है। यह कहानी ट्राइबल (कोइतूर) समाज से आने वाले एक ऐसे व्यक्ति के बारे में है जिसने ग़रीबी और जातिगत घृणा के बीच जन्म लिया, जीवन भर ग़रीबी और जातिवादी नफ़रत और हिंसा का सामना किया। इस […]