भूख के एहसास को शेरो-सुख़न तक ले चलो

लेनिन मौदूदी (Lenin Maududi) मेरा भाई अल्तमश मुझे आज कल बहुत से नए शायरों से रूबरू करा रहा है. ये शायर इतने प्रगतिशील और क्रांतिकारी हैं कि ये “खुदा की ज़ात” पे भी शेर लिखने से नहीं डरते. पर इनमें से किसी का भी शेर “जाति व्यवस्था’ के खिलाफ़ नहीं पढ़ा है मैंने. ऐसा कैसे मुमकिन है कि वे दुनियां […]

2019 में बहुजनों को आर्थिक क्रांति पर ज़ोर देना चाहिए

satvendra madara

सतविंदर मदारा (Satvendar Madara) पिछली दो सदियों में बहुजन समाज के महापुरषों द्वारा चलाये गए अनेकों सामजिक, धार्मिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक आंदोलनों के बाद अब 2019 में समय आ गया है कि हम आर्थिक आंदोलन की ओर भी बढ़ें. आर्थिक ताकत आज भारत ही नहीं बल्कि दुनिया की सबसे मज़बूत ताकतों में से एक बन चुकी है. वो ज़माना गया जब […]

क्या मैं कायस्थ हूँ?

Payal Srivastava

पायल श्रीवास्तव (Payal Srivastava) यदि व्यक्तिगत तौर पर कभी मुझे इसका जबाब देना पड़े, तो मैं यही चाहूँगी कि मैं कायस्थ न रहूँ. मुझे भलीभांति यकीन है कि जाति सच नहीं है, जाति जैसा कुछ नहीं होता. मैं स्वयं मनुस्मृति जलाकर फेंक देना चाहती हूँ. मैं एक लड़की हूँ जो थोड़ी सी नास्तिक है और जिसने थोड़ा सा विज्ञान पढ़ा […]

फातिमा शेख और सावित्रीबाई फुले के बीच सहयोग

naaz khair

नाज़ खैर (Naaz Khair) आज सावित्रीबाई फुले की जयंती है. भारत की महान समाज सुधारक सावित्रीबाई का जन्म 3 जनवरी 1831 को महाराष्ट्र के सतारा जिले के नायगांव गांव में एक किसान परिवार में हुआ था. 9 बरस में ही उनका विवाह ज्योतिराव फुले के साथ हुआ जो आगे चलकर बाबा साहेब आंबेडकर के प्रेरणा स्रोत बने. ज्योतिबा बहुत बुद्धिमान […]