रचना गौतम (Rachna Gautam) 1. ओ री सखी ! ओ री सखी !जब ढूँढते-ढूँढते पा जाओ शोरिले से अक्षरों में मगरूर वो चार पन्ने और पढ़कर समझ आ जाएगणित तुम्हें इस दुनिया का तो हैरान न होना बेताब न होना धीरज धरना शुन्यता के खगोल में कहीं मूक न हो जाएँतुम्हारी मास्पेशियों का बल जीवन-चालस्वप्न तुम्हारे बौद्ध तुम्हारा ! बौरा […]
बाबा साहेब के अपमान पर राजकमल प्रकाशन को खुला पत्र
हिंदी भाषा की वरिष्ठ लेखिका व् दलित लेखक संघ की पूर्व अध्यक्ष अनीता भारती ने राजकमल प्रकाशन को एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने राजकमल द्वारा प्रकाशित एक पुस्तक ‘उसने गाँधी को क्यूँ मारा’ (लेखक अशोक कुमार पांडे) को ऐसी पुस्तक छापने जिसमें डॉ. आंबेडकर की छवि को बिगाड़ने की कोशिश की गई है, स्पष्टीकरण माँगा है. 13 नवम्बर को […]
राजनीतिक आरक्षण के अंत से सामाजिक रूप से पिछड़ी जातियों का अभ्युदय
डॉ. जस सिमरन कहल (Dr. Jas Simran Kehal) ऐसा कहा जाता है कि यदि हम अपनी गलतियों से सीखें और शोषणकर्ताओं को अपना धैर्य और आशा न छीनने दें तो ही हम प्रगति की राह पर चल सकते है। यह बाबा साहब डॉक्टर आंबेडकर की निर्भीकता थी कि उन्होंने पूना पैक्ट त्रासदी के बाद भी वास्तविक राजनीतिक प्रतिनिधित्व के लिए […]
जहाँ कभी एक गाँव हुआ करता था…
वहीदा परवेज़ (Wahida Parveez) (1)इक ख्वाब के नक़्शे-कदम मैंने अपना पेट फुला हुआ महसूस किया ! दरअसलमैं हर चीज़ महसूस कर पा रही थी ! मैं अपने बचपन में थी नानी के गाँव वाले टूटे-फूटे रास्ते से चलते-कूदते मैंने पानी का टपकना महसूस कियामैं रोते-रोते घर पहुँचीमैंने सबसे कहा- वह बस आने वाला है !मैंने अपनी नाभि के नीचे उसे […]