डॉ सूर्या बाली ‘सूरज धुर्वे’ (Dr. Surya Bali ‘Suraj Dhurve’) भारत में जनजातियों की वीरता, बलिदान व् उनके भारत के निर्माण में अतुलनीय बलिदान को कुटिल और सामंती सोच के इतिहासकार कभी भी जनता के सामने लेकर नहीं आये. जब भारत के ब्राह्मण, सेठ-साहूकार और राजपूत, मुगलों और अंग्रेजों की शान में कसीदे पढ़ रहे थे तब मध्य भारत में […]
डॉ अंबेडकर और बहुजन भारत के भविष्य का प्रश्न
संजय श्रमण जोठे (Sanjay Shraman Jothe) डॉ. अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर भारत के दलित-बहुजनों को अब कुछ गंभीर होकर विचार करना चाहिए। बीते कुछ वर्षों मे भारत की राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक पतन से जन्मी दुर्दशा की सघन प्रष्ठभूमि मे हमें अंबेडकर की वैचारिक विरासत और उनके दिखलाये मार्ग की सम्मिलित संभावनाओं को ठीक से समझना होगा। जिस गंभीरता […]
भारत का बहुजन आख़िर कब बोलेगा ? (गीत)
डॉ सूर्या बाली ‘सूरज धुर्वे’ (Dr. Surya Bali ‘Suraj Dhurve) गहरी निद्रा से आँखे कब खोलेगा? भारत का बहुजन आख़िर कब बोलेगा ? कब बोलेगा इन झूठी सरकारों पर ? कब बोलेगा बिके हुए अख़बारों पर ? कब तक ओछी राजनीति को झेलेगा ? कब बोलेगा धरम के अत्याचारों पर ? बंद ज़ुबानो को अपनी कब खोलेगा? भारत […]
कांशी राम जी और बुद्धिज़्म के प्रति उनका लगाव
कुंदन मकवाना (Kundan Makwana) बहुजन नायक मान्यवर साहब कांशीराम, एक व्यक्ति जिनकी आर्थिक स्थिति अन्य दलितों से काफी ठीक थी. श्रेणी एक की सरकारी नौकरी पर रहे, लेकिन आम्बेडकवादी विचारधारा को जन जन तक, घर घर तक फ़ैलाने के लिए पैदल व् साईकिल पर यात्राएँ कीं. वे अपना घर-परिवार, अपनी नौकरी सब छोड़ कर निकल पड़े थे. पुणे में ही […]
जनविरोधी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2019 का मसौदा सिरे से ख़ारिज कर देना चाहिए
शिक्षण संघर्ष समन्वय समिति (A Co-ordination Committee on Draft NEP2019) Contact Info.: Address- c/o Harishchandra Sukhdeve, C-4, Mulik Complex, Somalwada, Wardha Road, Nagpur – 440 025 Phone: 7276979763 Email: harishsukhdeve@outlook.com नागपुर, 5 सितम्बर, 2019 मान. सांसद, नई दिल्ली आदरणीय महोदया / महोदय, विषय: जनविरोधी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2019 का मसौदा सिरे से ख़ारिज कर लेना चाहिए […]
बहुजन समाज और मीडिया
सतविंदर मदारा (Satvendar Madara) 21वीं सदी में अगर बहुजन समाज (ST, SC, OBC, Minorities) 85% आबादी होने के बाद भी भारत का हुक्मरान नहीं बन सका और दूसरी तरफ अल्पसंख्यक ब्राह्मण, बनिया, ठाकुर (क्षत्रिय) सिर्फ 15% आबादी के बल पर ही सत्ता में हैं; तो इसका एक बहुत बड़ा कारण है, ‘मीडिया’। लेकिन बहुजन समाज अपने संघर्ष के शुरुआती दौर […]
भारतीय इतिहास के क्रांतिसूर्य, महामानव बिरसा मुंडा
डॉ सूर्या बाली ‘सूरज धुर्वे’ (Dr. Surya Bali ‘Suraj Dhurve) भारतीय इतिहास में सूर्य के समान अलौकिक, प्रतिभाशाली, महानायक और परमवीर भगवान बिरसा मुंडा का आज जन्मदिन है। आज के ही दिन यानी 15 नवंबर 1875 को झारखंड के रांची जिले के उलीहाटा गांव में आपका धरती पर अवतरण हुआ था। आपकी माता का नाम करमी हातू और पिता का […]
मैं तुम्हें मैली मिट्टी में बदल सकती हूं… (धम्म दर्शन की कवितायेँ)
धम्म दर्शन निगम (Dhamma Darshan Nigam) 1. जननी मैं जननी इस संसार की आज तलाश में अपनी ही पहचान की अपने ही पेट से चार कंधों के इन्तजार तक!! पहचान मिली भी तो आश्रित रहने की बचपन में पिता पर जवानी में पति पर और बुढ़ापे में बेटे पर पूरी उम्र आश्रित अपनी ही पैदा की गई जात पर […]
परिवर्तन के मायने और मान्यवर कांशी राम साहब
कुंदन मकवाना (Kundan Makwana) बहुजन नायक मान्यवर साहब कांशीराम मतलब गौतम बुद्ध से लेकर संत गुरु रविदास, कबीर से होकर ज्योतिबा फुले, शाहूजी महाराज, और बाबासाहब डॉ भीमराव आम्बेडकर के सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक परिवर्तन के आन्दोलन का निचोड़ है. जरा सोचकर देखिये, बहुजन समाज के एक सामान्य परिवार में जन्मा व्यक्ति, अपने ऐतिहासिक संकल्प, त्याग और मेहनत की […]
‘रविदास मंदिर’ मामला केवल मंदिर मामला नहीं था
मनोज सिंह शोधार्थी, टीना कर्मवीर (Manoj Singh, Teena karamveer) भारत का संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू होता है जहाँ से धर्मनिरपेक्षता की अवधारणा परिलक्षित होती है. इस अवधारणा की विरासत हम रविदास और कबीर दास की विचारधारा में खोज सकते हैं. जहाँ पर उन्होंने राजनीति से परे रखा तथा सर्व धर्म समभाव की बात की तथा निर्गुण भक्ति की अवधारणा […]